मैं बालक तू माता शेरावालिये है अटूट यह नाता शेरावालिये
Mai balak tu mata sharawaliye hai atut ye nata sharawaliye
तोह क्या जो ये पीड़ा का पर्वत रास्ता रोके खड़ा है तेरी ममता जिसका बल वो कब दुनिया से डरा है
हिम्मत मैं क्यों हारु मैया हिम्मत मैं क्यों हारु मैया सर पे हाथ तेरा है
तेरी लगन में मगन मैं नाचू
गायु तेरा जगराता मैं बालक तू माता शेरा वालिये है अटूट यह नाता शेरा वालिये हो ओ
हो मैं बालक तू माता शेरावालिये है अटूट यह नाता शेरावालिये शेरा वालिये माँ पहाड़ा वालिये माँ जोटा वालिये माँ मेहरा वालिये माँ
मैं बालक तू माता शेरा वालिये है अटूट यह नाता शेरा वालिये
बिन बाटी बिन दिया तू कैसे 'तू' काटे घोर अँधेरा बिन सूरज तू कैसे करदे अंतर्मन में सवेरा
बिन धागों के कैसे जुड़ा है बिन धागों के कैसे बंधन तेरा मेरा जुड़ा है
तू समझे या मैं समझू कोई और समझ नहीं पता
बालक तू माता शेरावालिये है अटूट यह नाता शेरावालिये शेरा वालिये माँ पहाड़ा वालिये माँ
Bhajan potli
जोटा वालिये माँ मेहरा वालिये माँ
मैं बालक तू माता शेरावालिये है अटूट यह नाता शेरावालिये
श्रेणी:
देवी भजन
स्वर:
Brijwasi Dewakar Sharmaji