top of page

जगदंबे भवानी मैया तेरा त्रिभुवन में छाया राज है

जगदंबे भवानी मैया, तेरा त्रिभुवन में छाया राज है!!
सोहे वेष कुसुम अल निकों, तेरे रत्नों का सिर पर ताज है !!
जब जब भीड़ पड़ी भक्तों पर, तब तब आए सहाय करो!!
अदम उदाहरण तारण मैया, युग युग रूप अनेक घरों !!
सिद्ध करती तू भक्तों के काज है ,नाम तेरो गरीब नवाज है !!
सोहे वेष ........

जल पर थल और थल पर सृष्टि,अद्भुत थारी माया है!!
सुर नर मुनि जन ध्यान धरे नित , पार नहीं कोई पाया है!!
थारे हाथों में सेवक की लाज है ,लियो शरण तिहारो मैया आज है !!
सोहे वेष..........

जरा सामने तो आओ मैया ,छुप छुप चलने में क्या राज है !!
यूं चुप ना सकोगी मेरी मैया ,मेरी आत्मा की आवाज है !!
मैं तुमको बोला हूं तुम नहीं आओ, ऐसा कभी नहीं हो सकता !!
बालक अपनी मैया से बिछड़ कर ,सुख से कभी नहीं सो सकता!!

जरा सामने तो आओ मैया ,मेरी नैया पड़ी मझधार है ,अब तू ही तो खेवनहार है !
आजा रो रो पुकारे मेरी आत्मा, मेरी आत्मा की आवाज है !!
जरा सामने तो आओ मैया... .

श्रेणी:

देवी भजन

स्वर:

bottom of page