top of page

हे दुख भंजन मारुति नंदन सुन लो मेरी पुकार

हे दुख भंजन मारुति नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारंबार
हे दुख भंजन

अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता
दुखियों के तुम भाग्य विधाता
सिया राम के काज सवारे मेरा कर उद्धार
पवनसुत विनती बारंबार

अपरंपार है शक्ति तुम्हारी
तुम पर रीझे अवध बिहारी
भक्ति भाव से ध्याऊ तोहै
कर दुखों से पार
पवनसुत विनती बारंबार

जपु निरंतर नाम तिहारा
अब नहीं छोडूंगा तेरा द्वारा
राम भक्त मोहे शरण में लीजो
भवसागर से तार
पवनसुत विनती बारंबार

श्रेणी:

हनुमान भजन

स्वर:

bottom of page