हुण आजा मेरी महारानी
Huna Aaja meri maharani
हुण आजा मेरी महारानी तेरे बच्चयां ने ज्योत जगाई हुई है तेरे सोणे सोणे मुखड़े तो जिंद जान वी असां लुटाई हुई है हुण आजा मेरी महारानी तेरे बच्चयां ने ज्योत जगाई हुई है
इस मन दे अंदर मैया जी तेरा सोना मंदिर बनाया है, इस मंदिर अंदर मैया जी तेरा सोना रूप सजाया है, इस दुनिया तो मैं की लेणा मैं दुनिया दिलों भुलाई हुई है, तेरे सोणे सोणे मुखड़े तो जिंद जान वी असां लुटाई हुई है
तेरे सोणे नूर नजारा तो मस्ती दा प्याला मिलदा है, तेरा सोणा मुखड़ा तक तक के मेरा रोम रोम पया खिलदा है, इस मस्ती नू पी के ओ मैया असी होश वी अपनी गवाई हुई है, तेरे सोणे सोणे मुखड़े तो जिंद जान वी असां लुटाई हुई है
मेरी खाली झोली जन्मा दी मैया जी इसनूं भर देना, असीं और कुछ वी मंगदे नहीं सानू प्रेम भक्ति दा वर देना, मेरी लगी हुई तोर निभा देना असीं बांह वी तेनु फढाई हुई है, तेरे सोणे सोणे मुखड़े तो जिंद जान वी असां लुटाए हुई है
हुण आजा मेरी महारानी तेरे बच्चयां ज्योति जगाई हुई है तेरे सोणे सोणे मुखड़े तो जिंद जान वी असां लुटाई हुई है
#bhajan potli
श्रेणी:
देवी भजन
स्वर:
Sangeeta Kapur