सोने दा त्रिशूल कमंडल पित्तल दा
Sone da trishul kamandal pital da
सोने दा त्रिशूल कमंडल पित्तल दा
किन्ना सोना रूप है भोले शंकर दा
मैं जब जब तुझको देखूं
तेरी जटा में गंगा साजे
तेरी जटा में गंगा साजे,मुझको बड़ी प्यारी लागे, कमंडल पित्तल दा, किन्ना सोना रूप है भोले शंकर दा।
मैं जब जब तुझको देखूं, तेरे माथे पे चंदा साजे, तेरे माथे पे चंदा साजे, मुझको बडा प्यारा लागे, कमंडल पित्तल दा, किन्ना सोहणा रूप है भोले शंकर दा।
मैं जब जब तुझको देखूं तेरे गले में नाग विराजे,
तेरे गले में नाग विराजे, मुझको बड़े प्यारे लागे,
कमंडल पित्तल दा, किन्ना सोहणा रूप है भोले शंकर दा।
मैं जब जब तुझको देखूं तेरे कानों में कुंडल साजे
तेरे कानों में कुंडल साजे,मुझको बड़े प्यारे लागे, कमंडल पित्तल दा,किन्ना सोहणा रूप है भोले शंकर दा।
मैं जब जब तुझको देखूं तेरे संग में गौरा साजे, मुझको बड़ी प्यारी लागे
#bhajanpotli
कमंडल पित्तल दा,किन्ना सोहणा रूप है भोले शंकर दा।
मैं जब जब तुझको देखूं तेरी गोद में गणपति साजे, मुझको बड़े प्यारे लागे, कमंडल पित्तल दा किन्ना सोहणा रूप है भोले शंकर दा।
#shivjibhajan #punjabibhajan
श्रेणी:
शिवरात्रि भजन
स्वर:
Pooja Tanejaji