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सावन की बरसे ठंडी फुहार
सावन की बरसे ठंडी फुहार पेड़ों पे झूलो की लगी कतार राधा झूला झूल रही संग श्याम के......2
१..श्याम की बांसुरिया गीत मल्हार के गा रही है बादलों से जैसे आज मोती से बरसा रही है
पवन चले पुरवाई
राधा झूला झूल रही संग श्याम के
२..कूकती है कोयल पीहू पीहू पपीहा पुकारे
हर कदम की डाली बोले आओ सांवरिया हमारे
झूलन की रुत आई
राधा झूला झूल रही संग श्याम के
३..इस युगल छवि का कौन बन जाए गा ना दीवाना
राधा जू शमा सी परवाने से लगते हैं कान्हा
छवि मेरे मन भाई
राधा झूला झूल रही संग श्याम के
४...ग्वाल बाल सखियां
होके मगन नाचते हैं हाथ जोड़ इनसे आशीर्वाद सब मांगते हैं
महिमा जा गा गा गाई
राधा झूला झूल रही संग श्याम के
सावन की बरसी ठंडी फुहार पेड़ों पर झूलो की लगी कतार राधा झूला झूल रही संग श्याम के
श्रेणी:
सावन स्पेशल
स्वर: