श्री राम जय राम जय जय राम| - दोहे
Shri ram jai ram jai jai ram - Dohe
माटी कहे कुम्हार से, तु क्या रौंदे मोहे
एक दिन ऐसा आएगा, मैं रोदूंगी तोहे|
श्री राम जय राम जय जय राम|
आया है तो जाएगा, राजा रंक फकीर
एक सिंहासन चढ़ चले, एक बंधे जंजीर|
श्री राम जय राम जय जय राम|
चलती चक्की देख के, दिया कबीरा रोय
दो पाटन के बीच में, साबित रहा न कोय|
श्री राम जय राम जय जय राम|
पत्ता टूटा डाली से, ले गई पवन उड़ाय
अब के बिछड़े कब मिलें, दूर पड़े हैं जाये|
श्री राम जय राम जय जय राम|
दुख में सुमिरन सब करें, सुख में करे न कोय
जो सुख में सुमिरन करे, दुख काहे को होय|
श्री राम जय राम जय जय राम|
कबीर आप ठगाईये, और ना ठगीये कोय
आप ठगे सुख उपजे, और ठगे दुख होय|
श्री राम जय राम जय जय राम|
ऐसी करनी क्यूं करे, जो कर के पछताये
पेड़ बोये बबूल के, आम कहां से होय|
श्री राम जय राम जय जय राम|
दस द्वारे का पिंजरा, पंछी पवन जिस माय
पंछी उड़ जाऐगा, पिंजरा दीना जलाये|
श्री राम जय राम जय जय राम|
क्या भरोसा देह का, विनसत छिन में जाय
स्वास् स्वास् सिमरण करो, और पतन कछु नाय|
श्री राम जय राम जय जय राम|
तुलसी या संसार में, पांच रत्न हैं सार
संत संग अरु हरि भजन, दया, दान, उपकार|
श्री राम जय राम जय जय राम|
तुलसी या संसार में, मतलब का व्यौहार
जब लगी पैसा गांठ में, तब लगी लाखों यार|
श्री राम जय राम जय जय राम|
दया धर्म का मूल है, पाप का मूल अभिमान
तुलसी दया ना छोड़िये, जब लगी घट में प्राण|
श्री राम जय राम जय जय राम|
राम नाम रटते रहो, जब लगी घट में प्राण
कबहूँ तो दीनदयाल के, भनक परेगी कान|
श्री राम जय राम जय जय राम|
कागा सब तन खाइयो, मेरा चुन चुन खाइयो शरीर
दो नैना मत खाइयो, मोहे श्याम मिलन की पीर|
श्री राम जय राम जय जय राम|
साधो जपीये नाम को, वही भला है काम
करो कमाई नाम की, मुख मांगा लो दाम|
श्री राम जय राम जय जय राम|
चिंता ऐसी डाकिनी, काट कलेजा खाए
वेैध बेचारा क्या करें, कहां तक दवा लगाएं|
श्री राम जय राम जय जय राम|
श्रेणी:
राम भजन
स्वर:
Usha Bansal ji