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शिव तो सन्यासी है, गौरा तुम सुकुमारी हो
Shiv to sanyasi hai gora tum sukumari ho
शिव तो सन्यासी है, गौरा तुम सुकुमारी हो 2
बनके दुल्हन शिव की2, गोरा कैसे निभाओगी 2
गोरा तेरे स्वामी का, कोई घर ना अटरिया है
कैलाश पर्वत पे2, गोरा कैसे रह पाओगी
शिव तो सन्यासी है
गोरा तेरे स्वामी का, कोई संगी ना साथी है
भूत बतालो को 2 गोरा कैसे सह पाओगी
शिव तो सन्यासी है
गोरा तेरे स्वामी का, कोई वस्त्रना, आभूषण है
सांप और बिच्छू को2 गोरा कैसे पहन पाओगी
शिव तो सन्यासी है
गोरा तेरे स्वामी का, कोई घोड़ा ना, हाथी है
नंदी सवारी को2 गोरा कैसे कर पाओगी
शिव तो सन्यासी है
गोरा तेरे स्वामी का, कोई व्यंजन ना रसोईया है
भांग धतूरे को2, गोरा कैसे तुम, पचाओगी
शिव तो सन्यासी है
मेरे महादेव सा, कोई देव ना, दूजा है
शिव जी के चरणों में2 मैं तो जीवन बिताऊंगी
शिव तो सन्यासी है
श्रेणी:
शिवरात्रि भजन
स्वर:
Sarika Bansal (Dimple)
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