top of page

वह दिल कहां से लाऊं तेरी याद जो भुला दे

वो दिल कहां से लाऊं तेरी याद जो भुला दे
चहु और है अंधेरा मां रास्ता दिखा दे
वो दिल कहां से लाऊं

रहने दे मुझको दादी चरणों की खाक बनकर
मंजूर गर नहीं तो मुझे ख़ाक में मिला दे
वो दिल कहां से लाऊं

माटी का एक पुतला औकात क्या है मेरी
तेरी नजरें फिरे तो दादी माटी में तू मिला दे
वो दिल कहां से लाऊं

पापी हूं पातकी हूं जैसा भी हूं मैं तेरा
अपना बना लो मुझको आकर गले लगा दे
वो दिल कहां से लाऊं

क्या क्या करूं निछावर हर शै में तू समाई
किस चीज में नहीं तू वह नाम तो बता दे
वो दिल कहां से लाऊं

तेरे भरोसे नैया मझधार में है छोड़ी
आना नहीं हो मुमकिन मझधार में डूबा दे
वह दिल कहां से लाऊं

श्रेणी:

देवी भजन

स्वर:

सारिका बंसल (डिंपल)

bottom of page