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रंग डालो ना बीच बाज़ार

Rang daalo na bich bazar

रंग डालो ना बीच बाज़ार,श्याम मैं तो मर जाऊँगी
हाय पकडो ना बईया हमार,कैसे मैं बच पाऊँगी
रंग डालो ना......

आज ही पहनी मैंने नई चुनरियाँ, वा पे लग रहे
गोटा किनरियाँ,आई करके मैं सोलह शिग़ार,
कैसे मैं बच पाऊँगी,रंग डालो ना.......

मुख पे मेरे गुलाल मलो ना,बेदरदी मेरे संग चलो
ना,हाय खोलो ना घुँघटा हमार,शरम से मैं मर
जाऊँगी,रंग डालो ना........

देखो श्याम मेरा घुँघटा खोलो ना,चुप ठारो तुम
कछु बोलो ना,मिले नैनों से नैनवा हमार,जीते जी
मैं मर जाऊँगी,रंग डालो ना .........

क़ल्ली रह गई घेवर वन मैं,सखी सहेली मेरी कोई
ना संग मैं,हाय तडपे है जियरा हमार,कैसे मैं घर
जाऊँगी,रंग डालो ना........

श्रेणी:

होली भजन

स्वर:

Sangeeta kapur ji

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