मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है
Maiya tere mandiro ka maine gun gaya hai
मैया तेरे मंदिरों का ओ मैया तेरे मंदिरों का, मैंने गुण गाया है,
मैया तेरी महिमा का ओ मैया तेरी महिमा का, मैंने गुण गाया है,
तेरी सूरत को ओ माँ तेरी सूरत को, मैंने दिल में बसाया है|
आ मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
चांद और तारों से, धरती के नजारों से, आत्मा के तारों से,
हाँ माँ आत्मा के तारों से, तेरा भवन सजाया है|
मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
कोयल कू कू बोले, मेरा मन यूं ही डोले, आत्मा का तन डोले,
ओ मैया आत्मा का तन डोले और मन हर्षाया है|
मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
मैया अब देर ना करो, जो भक्ति करें तेरी, जो भी शरण में आया,
ओ मैया जो भी शरण में आया, तूने अपना बनाया है|
मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
मैया तेरी महिमा न्यारी, देखो फूलों से सजी प्यारी, जिसने भी नजर डाली,
ओ मैया जिसने भी नजर डाली, मैया अजब नजारा है|
मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
पान, सुपारी, नारियल, तेरे भेंट चढ़े,
हलवे चने का मैया तेरे भोग लगे, दर्शन दे दो मैया,
जय हो दर्शन दे दो मैया, तेरे भक्तों ने बुलाया है।
मैया तेरे मंदिरों का, ओ मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है|
तेरी सूरत को ओ माँ तेरी सूरत को मैंने दिल में बसाया है|
श्रेणी:
नवरात्रि भजन
स्वर:
Usha Bansal ji