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मैं तेरे बिन रह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी आदत पे गई ए,
Mai tere bin rah nahi sakdi maa manu teri aadat pe gai a
मैं तेरे बिन रह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी आदत पे गई ए,
मैं जुदाईयाँ सह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी आदत पे गई ए मैं तेरे बिन.........
तू सारे जग दी माँ ए मैनू मेरी माँ ने दसया सी
बच्चयां लई ठण्डी छाँ ए मैनू मेरी माँ ने दसया
सी, मैं मुँहो कुछ कह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी.....
मैनू हर पल महारानी तेरी ही याद सतादी ए
दिन मैनू चैन ना मिलदा ए ना राती नींद ही
अांदी ए,मैं साँ वी ले नहीं सकदी माँ मैनू तेरी.......
मैं तेरे रंग विच माइये अपना तन मन रगंया ए
मैं ओर वी कुछ ना मंगया तेरा दीदार ही मंगया
ए, मैं खाली बे नहीं सकदी माँ मैनू तेरी.........
मेरे रोम-२ विच दाती तेरी ही नाम दी माला ए
मेरे चंचल मन विच मईया तेरा ही रूप निराला
ए,मैं घर हुण ठह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी........
मैं तेरे बिन रह नहीं सकदी माँ मैनू तेरी आदत
पे गई ए ........
श्रेणी:
देवी भजन
स्वर:
Sangeeta Kapur ji
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