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मैं तेरी राहों में पलकें बिछाए
मैं तेरी राहों में पलकें बिछाऊ
के घर मेरे आना साईं जी
मैं तेरा हर पल शुक्र मनाऊ
के घर मेरे आना साईं जी
कलयुग में परताप तुम्हारा
जोत तेरी से यह जग उजियारा
ओ तेरी हर पल जोत मैं जलाऊ
के घर मेरे आना साईं जी
दीद तेरी को अखियां तरसै
बनके बादल नैना बरसै
नैना बरसे नै ना बरसे
ओ मैं भी जऩमो की प्यास बुझाउ
के घर मेरे आना साईं जी
ना मांगू मैं माल खजाना
मैं तो हूं बस तेरा दीवाना
मैं सदा शिर्डी की महिमा गांऊ
के घर मेरे आना साईं जी
के घर मेरे आना साई जी।
श्रेणी:
साई भजन
स्वर:
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