top of page
मेरे सतगुरु आ जाओ, अंखियां तरस रहियाँ,
Mere satguru aa jao ankhiyan taras rahiyan
मेरे सतगुरु आ जाओ, अंखियां तरस रहियाँ,
आके दरस दिखा जाओ
सत्संग विच आ जाओ, भुल्ले होए लोकां नू
सच्चा रस्ता दिखा जाओ
गंगा प्रेम दी भक्ति ए
मेरे साहिब दी वाणी अमृत लगदी ए
सदा ठंडी ठंडी छा देना,मेरे साहिब जी मैनू चरणा च थां देना
पंछी उड़ उड़ गांदे ने, दर् शन कर गुरां दे सब दुख मिट जांदे ने
#bhajanpotli
रोम रोम च समाए होए ने, आज मेरे साहिब जी सत्संग विच आए होए ने
श्रेणी:
गुरुदेव भजन
स्वर:
Pooja Tanejaji
bottom of page