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बाबा की दया ते म्हारे ढ़ोल बजगे कोठी बंगले तो अनमोल सजगे

Baba ki daya te mahare dhol bajge

बाबा की दया ते म्हारे ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजगे।।


मेंहदीपुर का धाम निराला,
किस्मत का यो खोले ताला,
घाटे आले बाबा महारे मन रजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजगे,
बाबा की दया ते महारः ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग।।


बालाजी ने रे मेहर फिराई,
दिल से कीर्तन मन्ने कराई
कुणबे के लोग बुराई तजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजगे,
बाबा की दया ते महारः ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग।।


पहले मेरा जीवन बड़ा ही अजीब था,
काम करया टुट के पर रहता गरीब था,
माड़ा सा नसीब था कर्म चढ़गे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजगे,
बाबा की दया ते महारः ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग।।

@bhajan potli
संगत जपै नाम अनमोल है,
नाम रटः ह्रृदय के पट खोल है,
कौशिक जी तो दिल तं भजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग,
बाबा की दया ते महारः ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग।।


बाबा की दया ते म्हारे ढ़ोल बजगे,
कोठी बंगले तो अनमोल सजग।।

श्रेणी:

हनुमान भजन

स्वर:

Sarika Bansal (Dimple)

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