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बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादा

Baat samaj mai aai ab hamari

बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनिया दारी,
आये शरण अब प्रभु हम तुम्हारी|
बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादारी|

मैं मेरा का भ्रम अब है टुटा,
समय ने किया सब रिश्ता ये झूठा,
मोह माया में मती गई मारी,
आये शरण अब प्रभु हम तुम्हारी|
बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादारी|

जिनपे भरोसा करके समझा था अपना,
टुटा भ्रम सारा झूठा था सपना ,
मतलब की थी सब की यारी ,
आये शरण अब प्रभु हम तुम्हारी|
बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादारी|

अंतिम आशा भरो साथ तिहारा,
थक गया हुँ चहुँ और से हारा,
दृष्टि दया की करो मंगल कारी,
आये शरण अब प्रभु हम तुम्हारी|
बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादारी|

बात समझ में आई अब हमारी, झूठी है सारी दुनियादारी|

श्रेणी:

विविध भजन

स्वर:

Vineet kwatra ji

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