बल्ले बल्ले पहाड़ों में कमाल हो गया
Balle balle pahado mai kamaal ho gaya
बल्ले बल्ले पहाड़ों में कमाल हो गया जगी गुफा में है ज्योति नूरानी
पहाड़ों में कमाल हो गया
बल्ले बल्ले पहाड़ों में कमाल हो गया
त्रिलोकी की रानी ने है ऐसे कला रचाई त्रिकूट पर्वत के ऊपर सुंदर गुफा बनाई बल्ले बल्ले के सोना है दवार माई दा जहां मिलती हैं सबको मुरादे
सोना है दरबार माई दा बल्ले बल्ले के सोना है दवार माई दा
बैठी खोल भंडारे देखो अन्नपूर्णा माता एक बार जो द्वारे आता खाली ना वह जाता
बल्ले बल्ले के ढोल नगाड़े वजदे शेरावाली जगदंबा के द्वारे ढोल नगाड़े वजदे
बल्ले बल्ले के ढोल नगाड़े बजदे
झूम झूम कर नाच रहे हैं मैया के दीवाने किसको क्या देना है यह तो मेहरा वाली जाने
बल्ले बल्ले के शेर पर सवारी करती सारे जग को रचाने वाली शेर पर सवारी करती
बल्ले बल्ले के शेर पर सवारी करती
दीन दयालु दया का सागर जगदंबे कृपाला
चंचल सब पर कृपा करती दाती दीनदयाला
बल्ले बल्ले बल्ले बल्ले पहाड़ों में कमाल हो गया
जगी गुफा में है ज्योति नूरानी पहाड़ों में कमाल हो गया
श्रेणी:
नवरात्रि भजन
स्वर:
Meenu Sethi ji