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पितरों का मन से तू ध्यान धर ले कुल के देवों का सम्मान कर ले
Pitro ka mann se tu dhyan dhar le
पितरों का मन से तू ध्यान धर ले
कुल के देवों का सम्मान कर ले
कुल के देवों का गुणगान कर ले।
पितरों की ज्योत सवांई है
करती ये सदा सहाई है,
ज्योत जगा के शुभ काम कर ले
कुल के देवों का सम्मान कर ले।
कष्टों से हम को बचाते हैं
विपदा का भान कराते हैं
पितरों की महिमा बखान कर ले
कुल के देवों का सम्मान कर ले।
मन से जो इनको ध्याता है
सुख संपत्ति वो पाता है
पितरों का नाम सुबह शाम जप ले
कुल के देवों का सम्मान कर ले।
देश दिसावर जाओगे
हर्ष इन्हें संग पाओगे
पितरों का प्यारे गुणगान कर ले
#bhajanpotli
कुल के देवों का सम्मान कर ले।
पितरों का मन से तू ध्यान धर ले
कुल के देवों का सम्मान कर ले
कुल के देवों का गुणगान कर ले।
श्रेणी:
पितर भजन
स्वर:
Sangeeta Aggarwal ji
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