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दिल की पतंग पे साँवरे डाल दे अपनी डोर

Dil ki patang pe saware daal de apni dor

दिल की पतंग पे साँवरे डाल दे अपनी डोर
ये तो वृंदावन उड़ जाये, इसे खीन्चो अपनी ओर।

अपनी उंगली लगा तू ठुमका रोज लगाते रहना जी
अपने दर पर इसको कान्हा रोज नचाते रहना जी
मंदिर मे ऐसे नाचे, जैसे जंगल मे मोर, दिल की पतंग पे--------

इस दुनिया के चक्कर मे कही मेरी पतंग कट जाये न
प्रीत किसी से लड़ा न बैठे, गलती से कट जाये न
Bhajan potli
मेरी डोर पकड़ कर रखना, तू लगा के पूरा ज़ोर, दिल की पतंग पे साँवरे---------

इस पर ऐसा जादू कर दे, तेरी दीवानी हो जाए
बनवारी तुझको न छोड़े इतनी सयानी हो जाए
जीवन भर चक्कर काटे ये तो तेरी ओर
दिल की पतंग पे साँवरे डाल दे अपनी डोर
ये तो वृंदावन उड़ जाये इसे खीचो अपनी ओर।

जय श्री राधे कृष्ण 🙏🌹

श्रेणी:

मकर सक्रांति भजन

स्वर:

Pooja Tanejaji

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