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दर्शन के प्यासे नैना ने तेरी आण दी आस लगाई हुई ऐ

Darshan de pyase naina ne teri aan di aas lagai hui a

करो कृपा अपने बच्चया ते के देवो सन्मुख
आके दीदार सानु तरसन नैन निमाडे मुदता
तो देवो आके अपना प्यार सानु,हे माई मेरी
सच्चिया जोता वाली माता तेरी सदा ही जय

दर्शन के प्यासे नैना ने तेरी आण दी आस
लगाई हुई ऐ ऐवे ना लारा ला अम्बे तेरे नाम
दी जोत जगाई हुई ऐ दर्शन दे प्यासे.........

मैं दर आवां तु लुक जावे ए रोज दा झगडा ठीक
नहीं,मैं मनावां तू रूस जावे ए रोज दा रगडा ठीक
नहीं,मैं वी अपने मन मंदिर विच तेरी तस्वीर वसाई
हुई है दर्शन दे प्यासे..........

तू की-२ रंग दिखावे माँ भूलया नू रस्ते पावे माँ
तू की-२ रूप धरे है माँ सब भगतां नू दिखलावे माँ
हुण आजा लाटा वालिये तेरे नाम दी धुनी रमाई
हुई है,तू सब दे दिला दी सुनदी ए तैनू जोतावाली
कंहदे ने,तू शेर पे चढ के बैंदी ए तैनू शेरावाली कहंदे
ने हुण आजा लाटावालिये साडी जान लवां ते आई
हुई ए

बुआ खोल भवन दा हुण माईये तेरी दीद दी आस
लगाई हुई ए, नी आपे कहाँ सी दरबार आया कर
मेरा रज के करन लई दीदार आया कर,हुण आ
गया ते मुँहो कुछ बुलदी नहीं मैं किनीं देर दा खलोता
बुआ खोल दी नहीं, तू खुद ही कयासी दरबार खुला
है कीनी वार तू आजा हर वार खुला है हुण अा गया
ते मुँहो कुछ बुलदी नहीं मैं किंनी देर दा खलौता
बुआ खोलदी नहीं.......

दर्शन के प्यासे नैना ने..........

श्रेणी:

देवी भजन

स्वर:

Sangeeta Kapur ji

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