तुम सजती रहो हम सजाते रहे माँ सजाने में आनंद आता है
Tum sajti raho hum sajate rahe
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम चंदन बनो हम पानी बने
घुल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम दीपक बनो हम बाती बने
लौ लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम सागर बनो हम लहरे बने
डूब जाने में आनद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम मिश्री बनो हम माखन बने
मिल जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम चंदा बनो हम चकोरी बने
दिल लगाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम सुनती रहो हम सुनाते रहे
मैया गाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
तुम बनो हम धागा बने
गुथ जाने में आनंद आता है
तुम सजती रहो हम सजाते रहे
माँ सजाने में आनंद आता है
श्रेणी:
नवरात्रि भजन
स्वर:
Sunita Khosla ji