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तनधन बाबो सेठ म्हारी नारायणी सेठाणी है-२, यो तो झुंझणुं की महाराणी है!

Tandhan babo seth mhari narayani sethani h ,ya jhunjhunu ki maharani h

तनधन बाबो सेठ म्हारी नारायणी सेठाणी है-२,
यो तो झुंझणुं की महाराणी है, तनधन बाबो सेठ ।

मांग के तु देख, सर न झुकाके देख, दादी के द्वार पे-२,
पल में बदल देसी, माँ तकदीर की रेख, जो आया द्वार पे-२,
बाँट रही परचा-२, झूठी नाही ये कहानी है-२,
या तो झुंझणुं ।।१।।

दुख में सुमिरन कर, या सुख में सुमिरन कर, आवेगी मावड़ी-२,
भगतां के सागे जो, रिश्तो बनायो है, निभावेगी मावड़ी-२, #bhajanpotli
कई खातिर ही तो-२, आंकी दुनिया दिवानी है-२,
या तो झुंझणुं ।।२।।

या कुल देवी म्हारी, जग से न्यारी है, भगतां न प्यारी है-२,
ममता लुटावे है, या साथ निभावे है, या पालनहारी है-२,
'श्याम' जो गावे, या तो आंकी महरबानी है-२,
या तो झुंझणु ।।३।।

श्रेणी:

राणीसती दादी भजन

स्वर:

Sangeeta Aggarwalji

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