top of page

जी चाहे बार-२ तुम्हें देखती रहूँ एे हुस्न के सरकार तुम्हें देखती रहूँ

Jee chahe baar baar tumhe dekhti rahu

जी चाहे बार-२ तुम्हें देखती रहूँ एे हुस्न के
सरकार तुम्हें देखती रहूँ जी चाहे.........

आँखो के रास्ते तुम्हें दिल में उतार के,हर पल
ए बाकें यार तुम्हें देखती रहूँ ऐ हुस्न.......

युग-२ से प्यासी रूह को दीदार हो तेरा, अब हो
ना इन्तज़ार तुम्हें देखती रहूँ ऐ हुस्न.......

नैनों से नैन जो मिले आगोश हो तेरा, जी भर के
करूँ प्यार तुम्हें देखता रहूँ ऐ हुस्न........

दिल की लगी है दासी की कोई दिल्लगी नहीं,
तुझ पर दू जान वार तुम्हें देखता रहूँ ऐ हुस्न......

जी चाहे बार-२ तुम्हें देखती रहूँ ए हुस्न के
सरकार तुम्हें देखती रहूँ जी चाहे.......

श्रेणी:

देवी भजन

स्वर:

Sangeeta Kapur ji

bottom of page