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चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई तू सिमरन कर बन्दया,

Chitti mot wali swarga to aai

चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

पहली चिट्ठी आई तैनूं,कर लै ख्याल वें-२,
कालेयां तों चिटटें तेरे,हो गये बाल वें-२,
पहली चिट्ठी आई तैनूं,कर लै ख्याल वें,
कालेयां तों चिटटें तेरे,हो गये बाल वें,
सोहणें मुखड़ें तें फिर गई स्याही,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

दूजीं चिठ्ठी आई तैनूं,कर लै ध्यान वें-२,
अंखियां दें नाल सोहणां,लगदा जहान वें-२,
दूजीं चिठ्ठी आई तैनूं,कर लै ध्यान वें,
अंखियां दें नाल सोहणां,लगदा जहान वें,
हुणं अखां विचों,दिसदां ना काई,तू
सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

तीजीं चिठ्ठी भेजी ओहनें,कीतां तू चित्त ना-२,
टुट-टुट मुंह विचों,दन्द रहयां इक ना-२,
तीजीं चिठ्ठी भेजी ओहनें,कीतां तू चित्त ना,टुट-टुट मुंह विचों,दन्द रहयां इक ना,
सारें चेहरे दी शान गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

चौथीं चिठ्ठी भेजी,तू तें कीतां ओहतें गौर ना-२,
हथ-पैरां विच रहया अगें वाला जोर ना-२,
चौथीं चिठ्ठी भेजी,तू तें कीतां ओहतें गौर ना,हथ-पैरां विच रहया अगें वाला जोर ना,
घर वालेयां नें कुण्डी फड़ाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

पंजवीं जों चिठ्ठी आई,कन्नं बन्द हो गये-२,
चलदें ना हड़ कम्मं करनों खलों गये-२,
पंजवीं जों चिठ्ठी आई,कन्नं बन्द हो गये,
चलदें ना हड़ कम्मं करनों खलों गये,
ऊंचियां बोलयां वीं,देदां ना सुनाई,तू
सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

छेवीं चिठ्ठी आई,असां तों,ना कुछ होन्दा ऐ-२,
पहले दिन याद कर,जारों-जार रोन्दां ऐ-२,
छेवीं चिठ्ठी आई,असां तों,ना कुछ होन्दा ऐ
पहले दिन याद कर,जारों-जार रोन्दां ऐ,
झूठें धन्धेयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

चिठियां तें चिठियां नें,रोज हुणं ओहन्दियां-२,
यम दीयां शक्लां नें,इसनूं डरोन्दियां-२,
चिठियां तें चिठियां नें,रोज हुणं ओहन्दियां
यम दीयां शक्लां नें,इसनूं डरोन्दियां-२,
हुणं पेश नहीं यम अगें काई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

मुक्कं गये स्वांस जदों,यम फड़ लैन्दें नें-२,
रस्तें दें विच तैनूं,बड़ा दुख देदें नें-२,
मुक्कं गये स्वांस जदों,यम फड़ लैन्दें नें,
रस्तें दें विच तैनूं,बड़ा दुख देदें नें,
जिवें बकरें नूं,खोन्दां कसाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

जप लै तू नाम,वेला फेर नहीं आवंणां-२,
मर जाणें पिछों,किसें हथ वीं नहीं लौणां-२,
जप लै तू नाम,वेला फेर नहीं आवंणां,मर जाणें पिछों,किसें हथ वीं नहीं लौणां,
तेरा गुरु होवें,हर थांह सहाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
काहे तों विषयां च उमर गंवाई,तू सिमरन कर बन्दया-२,
चिठ्ठी मौत वाली स्वर्गा तों आई-२,तू सिमरन कर बन्दया-२,

श्रेणी:

विविध भजन

स्वर:

Sarika Bansal (Dimple)

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