चारों तीर्थ धाम आपके चरणों में
Chaaro tirath dham apke harno me
कर्ता करे ना कर सके पर गुरु करे सब होए
सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोये
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में
हिर्दय में माँ गौरी लक्ष्मी कण्ठ शारदा माता है
जो भी मुख से वचन कहे वो वचन सिध्द हो जाता है
हैं गुरु ब्रह्मा हैं गुरु विष्णु हैं शंकर भगवान आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में
जन्म के दाता मात पिता हैं आप कर्म के दाता हैं
आप मिलाते हैं ईश्वर से आप ही भाग्य-विधाता हैं
दुखिया मन को रोगी तन को मिलता है आराम आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में
निर्बल को बलवान बना दो मूर्ख को गुणवान प्रभु
देवकमल ओर बंसी को भी ज्ञान का दो वरदान प्रभु
हे महदानी हे महाज्ञानी रहूँ मैं सुबह शाम आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों मेँ
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों मेँ
जय गुरु जी
श्रेणी:
गुरुदेव भजन
स्वर:
पूजा तनेजा जी