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चल पड़ी भक्तों की टोली मां को मनाने के लिए

Chal padi bhagto ki toli maa ko manane ke liye

चल पड़ी भक्तों की टोली मां को मनाने के लिए
भेज दी मैया ने गाड़ी वैष्णव जाने के लिए
ठान ली कुछ कर गुजरने की मां को मनाने के लिए बांध ली मैंने भी गठरी वैष्णो जाने के लिए
चल पड़ी भक्तों की टोली मां को मनाने के लिए
सज गई फूलों की माला मां को पहनाने के लिए रख लिए अरमान सारे मां को सुनाने के लिए
बांध ली भक्तों ने गठरी वैष्णो जाने के लिए
घुल गई मेहंदी महावर हाथ रचाने के लिए जयपुरी भेजी है चुनरी गोटा लगाने के लिए
बांध ली भक्तों ने गठरी वैष्णो जाने के लिए
कर रहे चिंतन यह मन में रात ठिकाने के लिए भेज दिया माॅ ने बजरंगी रास्ता बताने के लिए
बांधली भक्तों ने गठरी......
बनवा लाए छत्र चांदी का मां को चढ़ाने के लिए हम तो चल पड़े हैं मां को दुखड़ा सुनाने के लिए
बांध ली भक्तों ने गठरी......
निकली वैष्णो मां अभी जब रिश्ता निभाने के लिए मैं खड़ी हूं साथ तेरे दुखड़ा मिटाने के लिए
बांधली भक्तों ने गठरी ......

श्रेणी:

नवरात्रि भजन

स्वर:

Meenu Sethi ji

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