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गोकुल में शोर मचाया है, श्याम मटकी फोड़ने आया है।।

gokul mai shor machaya shyam matki fodne aaya

गोकुल मे शोर् मचाया, श्याम मटकी फोडने आया

कभी गोर्वधन गिरधारी है, कभी चक्र सुर्दशन धारी है वो तो रूप बदल के आया है श्याम मटकी...

कभी दही चुराकर खाता है, कभी माखन वो ले जाता है वो तो गईया चराने आया है, श्याम मटकी...

वो तो ग्वाल बाल संग लाया है, उसने ही रची सब माया है वो तो प्रेम सिखाने आया है, श्याम मटकी....
#BhajanPotli

छोटे छोटे हाथो मे मुरली साजे, पांव मे उसके घुघरू बाजे वो तो रास रचाने आया है श्याम मटकी.....

श्रेणी:

कृष्ण भजन

स्वर:

Neena Khannaji

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