गली-गली में कीर्तन मां के घर-घर में जगराते
Gali gali mai kirtan maa ke ghar ghar mai jagrate
गली गली में कीर्तन माँ के घर घर में जगराते,
आगे भगतो शेरावाली मैया के नवराते,
बोलो बोलो मेरी मैया की जैकार बोलो,
शेरावाली मैया की जय जय कार बोलो,
पहले नवराते में माँ लेती सबकी खबर है,
दूजे नवराते में माँ खाते में लिख लेती है,
तीजे नवराते में माँ आसान लगाती है,
चौथे नवराते में माँ आ गई हु बताती है,
बोलो बोलो मेरी मैया की जैकार बोलो,
शेरावाली मैया की जय जय कार बोलो,
पांच में नवराते में भगतो से मिलती है,
छठे नवराते में माँ दर्शन कराती है,
सातवे नवराते में माँ खोली खजाने है,
आठवे नवराते माँ लगती लुटाने है,
बोलो बोलो मेरी मैया की जैकार बोलो,
शेरावाली मैया की जय जय कार बोलो,
नोवे नवराते संग में रहती महा माई है,
दसवे नवराते माँ की होती विदाई है,
भगतो के आंसू मैया देख नहीं पाती है,
फिर से आउंगी वादा करके ये जाती है,
बोलो बोलो मेरी मैया की जैकार बोलो,
शेरावाली मैया की जय जय कार बोलो,
श्रेणी:
नवरात्रि भजन
स्वर:
Sarika Bansal (Dimple)