गड्डी जांदी है छलांगा मारदी
Gaddi jandi hai chhalanga maar Di
गड्डी जांदी ए छलांगा मारदी मेनू याद आए मेरे श्याम दी
ओ मेरा खाटू वाला श्याम रैहंदा दिल ते सवार
मैं भूखी श्यामा तेरे प्यार दी, गड्डी जांदी ए छलांगा मारदी
वो बिगड़ी बनाता है वो भाग्य जगाता है
खाटू में बुलाता है और पास बिठाता हैं
जिसके दिल में रहता श्याम उसके बनते बिगड़े काम
बेटी काहे को हिम्मत हारती
मेरा खाटू वाला श्याम रहता नीले पर सवार
मैं भूखी श्याम तेरे प्यार दी गड्डी जांदी ए छलांगा मार दी
वो सपने में आता है वो सपने सजाता है
वो दर्द मिटाता है और रोग मिटाता है
जो कहता बाबा श्याम उनके बनते बिगड़े काम
बेटी काहे को तू हिम्मत हारती गड्डी जांदी ए छलांगा मार दी
मेरा खाटू वाला श्याम रहता नीले पर सवार
मैं भूखी श्याम तेरे प्यार दी गड्डी जांदी ए छलांगा मार दी
वो हारे का सहारा है बाबा श्याम हमारा है
वो भक्तों को प्यारा है मोरवी का दुलारा है
जो लेते उसको पुकार उसकी कभी ना होती हार
बेटी काहे को तू हिम्मत हारती गड्डी जांदी ए छलांगा मार दी
श्रेणी:
खाटू श्याम भजन
स्वर:
Sangeeta kapur