कित्थे रखी ए मां गुत्थी तू लुको के
kithe rakhi a maa guthi tu luko ke
कित्थे रखी ए मां गुत्थी तू लुको के
खजाने सानू वांड दातिए
साड़ी वारी ना तू बैठ बूहे ढो के
खजाने सानू वांड दातिए
तेरे खजानेयां च घाटा नहींयों पेंणा ए
घाटा नहींयो पैना ए ...२
असी हां भिखारी सदा मंगदे ही रहना ए
मांगदे ही रहना ए ....२
कदो तक माय रखेगी संजो के खजाने सानू वांड दातिए
पा के मां खजाना तेरे तो फूले न समावांगे
फूले ना समावांगे....२
लाख लाख वारी तेरा शुक्र मनावांगे
शुक्र मनावांगे...२
गुण गा वांगे मा तेरे खुश होके खजाने सानू वांड दातिए
भर भर मुठिया तू दुनिया नू देनी ए
दुनिया नू देनी ए ....२
ताहि तां ओना दे घर बरकत पेंदी ए
बरकत पेंदी ए......२
पादे खैर सानू बूहे च खलो के खजाने सानू वांड दातिए
मेहरा वाले छठे जरा सा डे तेवी मार दे साड्डे तेवी मार दे.....२
असी वी हां दास तेरे सानू वी मां प्यार दे सानू वी मां प्यार दे......२
पीवां नित तेरे चरणा नू धो के खजाने सानू वांड दातिए
श्रेणी:
नवरात्रि भजन
स्वर:
Meenu Sethi ji