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काली कमली ने कमला बना दिया पीतांबर क्यों कंधे पर सजा लिया

Kali Kamali ne Kamla banaa Diya pitambar kyon kandhe per Saja liya

काली कमली ने कमला बना दिया पीतांबर क्यों कांधे पे सजा लिया

तेरे मोर मुकुट सिर सोहे लट घुंघराली सबको मोहे
तूने जूडा क्यों बालों का बना लिया काली कमली ने कमला बना दिया

तेरे मोटे-मोटे नैना मतवारे अमृत छलके जरा सा मटकाए
काहे झीना झीना कजरा लगा लिया
काली कमली ने...

तेरे हाथों में कुमकुम की लाली उनमें सजती मुरलिया निराली
काहे मुरली को होठों से लगा लिया काली कमली ने...

तेरी चाल अजब मतवाली चले छम छम बजे पायल प्यारी
काहे नाचते में ठुमका लगा दिया काली कमली ने...

तेरा दरबार सबसे निराला फूल बंगले का अजब नजारा
काहे इतना इत्र तुमने लगा लिया काली कमली ने....

श्रेणी:

कृष्ण भजन

स्वर:

Meenu sethi ji

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