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आओ जी आओ घर का देव मनावा

Aao ji aao ghar ka Dev manava

पितर चरण में नमन करें, ध्यान धरें दिन-रात |
कृपा दृष्टि हम पर करें, सिर पर धर दे हाथ ||
यह कुटुंब है आपका, आपका है परिवार |
आपके आशीर्वाद से, फले-फुले संसार ||
हर दिन हर पल आपसे, मांँगे यह वरदान |
वंश बेली बढ़ती रहे, बढ़े मान सम्मान ||
भूल चूक सब क्षमा करें, करें महर भरपूर |
सुख संपत्ति से घर भरें, कष्ट करें सब दूर ||
घर पेण्डे में आप विराजें, यही अरज करें |
कहत भक्त हम शरण आपके, निशदिन मेहर करें ||
आओ जी आओ घर का देव मनावा-----२
पितरां के धोक लगावां जी ओ-----२, घर का देव मनावा |
आओ जी आओ घर का देव मनावा-----२ ||
पितरां के नाम को गूंजे जयकारो
पितरा ने पूजां हांँ जी भाग्य हमारो
पेण्डे में दिवलों मैं जलावां जी, म्हे जलावा जी, घर का देव मनावा |
आओ जी आओ घर का देव मनावा-----२
जय जय जय जय पितर जी हो थारी
थारी ही शरण आया लाज राखो म्हारी
थारो ही आशीर्वाद चाहंवा जी, म्हे तो चाहंवा जी,घर का देव मनावा |
आओ जी आओ घर का देव मनावा-----२
पितरां के नाम को नारियल पधारां
रवि कहे सगला ही कारज सुधारां
भगतां के सागे म्हे तो गावां जी म्हे तो गावां जी, घर का देव मनावा | आओ जी आओ घर का देव मनावा-----२
पितरां के धोक लगावां जी हां लगावां जी, घर का देव मनावा |
आओ जी आओ घर का देव मनावा ||

श्रेणी:

पितर भजन

स्वर:

Sangeeta Aggarwal

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