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अजब अनोखा कर के श्रृंगार, हो कर नंदी पर वो सवार, गौरा को ब्याहने आए हैं भोलेनाथ जी।
Ajab anokha kar ke shingar
अजब अनोखा कर के श्रृंगार, हो कर नंदी पर वो सवार, गौरा को ब्याहने आए हैं भोलेनाथ जी।
देवगण बाराती ब्रह्मा विष्णु भी है साथ आए।
देवियां भी मिलकर शोभा बारात की है बढ़ाए।
ऋषि मुनियों संग नारद, महिमा गाते हैं भोलेनाथ की। गौरा को.......
शुक्र और शनिचर अपनी लीला अलग ही दिखाएं।
भूत प्रेत चुड़ेले देखो हुडदंग कैसा मचाए।
कोई नाचे कोई कूदे कोई दिखाता है लंबे दांत जी, गौरा को.......
चली बारात शिव की आई राजा हिमाचल के द्वारे, भागे है लोग डर कर , बंद कर दी है खिड़की दरवाजे,
#bhajanpotli
नगरी में शोर हुआ, घर घर चर्चा है बारात की, गौरा को ......
ब्याह हुआ खुशी से, देव सारे गए अपने घर को,
है मगन गौरा जी, पाया है आज मन चाहे वर को।
धन्य हुआ धरती गगन, सुन के महिमा तेरी, भोलेनाथ जी।
गौरा को ब्याहने आए हैं भोलेनाथ जी।
श्रेणी:
शिवरात्रि भजन
स्वर:
Pooja Tanejaji
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